क्या आचार संहिता का हो रहा उल्लंघन!

कालकाजी डीडीए फ्लैट्स में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज के नाम के सारे बोर्ड पर सफ़ेद पेंट पोत दिया गया है। ज़ाहिर है चुनाव करीब है और आचार संहिता लागू है तो इस तरह के प्रचारक बोर्ड्स को या तो ढक दिया जाता है या किसी तरह उसमें लिखा नाम छुपा दिया जाता है। मार्केट में ही बोर्ड के बिल्कुल ठीक सामने सब्ज़ी बेचने वाले एक दंपत्ति ने भी यही कहा- “जो लोग सड़क पर सफ़ेद लाइन बनाते हैं उन्होंने ही ये किया है।” जब हमने और पूछा तब उन्होंने बताया कि- “ऐसा तो हर चुनाव से पहले होता है। जब चुनाव हो जाएंगे तब जो नेता चुनकर आएगा उसका नाम इधर लिख दिया जाएगा।”

लेकिन हैरानी हमें तब हुई जब थोड़ा आगे चलकर चित्तरंजन पार्क तक पहुंचे। वहां के बोर्ड्स में इस तरह का पेंट पुता नहीं दिखा।

साथ ही दक्षिणी दिल्ली में हर जगह भाजपा के प्रचार चिह्न के साथ “एक बार फिर मोदी सरकार” का नारा दीवारों पर छपा था जिस पर इस तरह ही कार्रवाई नहीं हुई थी। उस पर पेंट नहीं पोता हुआ था।

तस्वीर साभार: स्वयं।

आपको बता दें कि चुनाव की तारीख़ों का ऐलान होने के दिन से निर्वाचन आयोग द्वारा ये आचार संहिता लागू की जाती है ताकि चुनाव में भाग ले रही सभी पार्टी को एक लेवल प्लेइंग फ़ील्ड मिल सके और इसके तहत सभी राजनीतिक पार्टियों, नेताओं और क्षेत्रीय दलों और अन्य उम्मीदवारों को हिदायत दी जाती है कि उन्हें किस तरह का आचरण करना है। सरल शब्दों में ये समझ सकते हैं कि आचार संहिता राजनीतिक पार्टीयों और उनके उम्मीदवारों के लिए कोड ऑफ़ कंडक्ट है।

तस्वीर साभार: अंकित कुमार।

डीडीए, कालकाजी में आप पार्टी के सारे बोर्ड्स पर सफेदी चढ़ा दिया गया लेकिन वहीं चित्तरंजन पार्क में नहीं। इसमें भी बीजेपी के बोर्ड्स को छोड़ दिया गया। अगर ये काम चुनावी आचार संहिता के मद्देनज़र की गई है तो ‘एक बार फिर मोदी सरकार’ वाला नारा भी दीवारों से हटाया जाना चाहिए था। अगर ऐसा नहीं हुआ है तो ये सरासर गलत है। इससे साफ़ स्पष्ट होता है कि आचार संहिता का ठीक से पालन नहीं हो रहा है।

ज़्यादा जानकारी के लिए नीचे दिए लिंक से जाकर हमारे साथियों का वीडियो देख सकते हैं।

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